
गोद में जब मैं तेरे आया
ऊँगली पकड़ तुने चलना सिखाया
था मैं जब नन्हा सा
तितली पकड़ता तन्हा सा
कान पकड़ तु मुझे डराती
आँख में आंसू देख
ख़ुद डर जाती
तबियत जब भी मेरी बिगड़ती
रातभर तु जाग न सोती
काम से जब तु वापस आती
साथ हमेशा रसगुल्ले लाती
होस्टल में जब तुने रखाया
पहली बार तुने बड़ा सताया
छुटा जब तेरा साथ
तन्हा गुजरा सारी रात
हर मंगलवार जब मिलने आती
साथ बना कुछ जरुर लाती
प्यार का ऐसा नाता रिश्ता
सच्ची मन को बड़ा ही भाता
तेरे मार का न कोई असर
हर बार रहूँ बेखबर
पापा ने जब भी की पिटाई
हर बार तु बीच में आयी
मम्मी जब मैं हुआ बड़ा
आज भी तेरे गोद में पड़ा हुआ
उठने की जब भी कोशिश करता
थककर तेरे गोद में गिरता
सोचता हूँ सपना पुरा करूँ तेरा
साथ न किस्मत अभी मेरा
वर्षो से कर रही तू मेरा इंतेज़ार
सपना पुरा कर आऊंगा आगली बार.....
ऊँगली पकड़ तुने चलना सिखाया
था मैं जब नन्हा सा
तितली पकड़ता तन्हा सा
कान पकड़ तु मुझे डराती
आँख में आंसू देख
ख़ुद डर जाती
तबियत जब भी मेरी बिगड़ती
रातभर तु जाग न सोती
काम से जब तु वापस आती
साथ हमेशा रसगुल्ले लाती
होस्टल में जब तुने रखाया
पहली बार तुने बड़ा सताया
छुटा जब तेरा साथ
तन्हा गुजरा सारी रात
हर मंगलवार जब मिलने आती
साथ बना कुछ जरुर लाती
प्यार का ऐसा नाता रिश्ता
सच्ची मन को बड़ा ही भाता
तेरे मार का न कोई असर
हर बार रहूँ बेखबर
पापा ने जब भी की पिटाई
हर बार तु बीच में आयी
मम्मी जब मैं हुआ बड़ा
आज भी तेरे गोद में पड़ा हुआ
उठने की जब भी कोशिश करता
थककर तेरे गोद में गिरता
सोचता हूँ सपना पुरा करूँ तेरा
साथ न किस्मत अभी मेरा
वर्षो से कर रही तू मेरा इंतेज़ार
सपना पुरा कर आऊंगा आगली बार.....
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