("अभी हाल में लगातार दो-दो इंटरव्यू में मिली असफलता ने मुझे मुझे झकझोर कर रख दिया। इन असफलताओं से मैं इतना आहात हुआ की मुझे हँसना और रोना दोनों एक साथ आ रहा था। आप भी सोचेंगे की हँसना और रोना दोनों एक साथ कैसे सम्भव है ? तो जनाब मैं हंस रहा था अपनी किस्मत पर, और रो रहा था अपनी असफलता पर। लेकिन हँसी में न तो वो खनक थी, ना हीं आंसुओ में वो धार। ये तो महज एहसासों का संगम था। एक पल तो मैं बेहद घबरा भी गया था और मैं ख़ुद को भविष्य के गर्त में खोता हुआ पा रहा था। लेकिन फिर मैंने आपने मन के भीतर झाका और दिल से पूछा तो कुछ इस तरह आवाज़ आयी...")हम ऐसे समाज में जी रहे हैं जहाँ मूल्यांकन का तरीका हीं कुछ इस कदर है। बचपन से हीं हम इम्तिहान में बैठते आ राहे हैं जहाँ पूछे सवालों का जवाब लिखना होता है और एक शिक्षक उसका मूल्यांकन करता है। जबकि जरुरी नहीं है की, शिक्षक को पहले से उन सारे सवालों के जवाब पता हों। जरुरी नहीं की हमारे जगह यदि शिक्षक
को इम्तिहान में बैठा दिया जाय तो वह हमसे बेहतर अंक लायें। उसी तर्ज़ पर आगे चलकर युवा अवस्था में नौकरी पाने के लिए इंटरव्यू बोर्ड के सामने पेश होना होता है।
बोर्ड के सदस्य अपने-अपने सवाल पूछते हैं। इंटरव्यू देने
दौरान हमें उन सवालों का जवाब देना होता है,उसके आधार पर बोर्ड के सदस्य हमारा मूल्यांकन करते है। कुल मिलकर उस 10-15 मिनट के मौखिक सवाल जवाब के आधार पर हमारा भविष्य तैय कर दिया जाता है। यदि हम बोर्ड के सदस्यों से अपने मन का सवाल पूछ लें तो, जरुरी नहीं कि वे बेहतर जवाब दे पायें। सम्भव है,वे कुछ भी नहीं बता पायें। दफ्तर में, क्लास में या रियलिटी शो में कहीं भी मूल्यांकन करने वाले को श्रेष्ठ मान लिया जाता है और उम्मीदवार को उनकी तुलना में छोटे और कमतर। लेकिन यह सच हो, मैं तो ऐसा कतई जरुरी नही मानता। इसलिए मैं तो कहता हूँ मूल्यांकन के नतीजों पर नहीं, ख़ुद पर भरोसा करना चाहिए। यही हमारी जिन्दगी को आगे या पीछे ले जाने का मूलमंत्र साबित होती है। इसी सोच ने हमे एक बार फ़िर से चट्टान कि तरह नई चुनौतियों के लिए खड़ा कर दिया है। अब तक मैंने यही किया है, और आगे भी करूँगा। वैसे भी जिंदगी इन चंद सफलताओं और बिफलताओं पर ख़त्म नहीं हो जाती। चलते-चलते मै फ़िल्म "
मदर - इंडिया " के इस गाने के साथ छोड़ जाता हूँ...अगले ब्लॉग तक...
"दुनियां में अगर आए हो तो जीना ही पड़ेगा, जिंदग है अगर जहर तो पीना ही पड़ेगा"